क्या धन एक समस्या है ?

download

आप Head Lines पढ़ कर चोंक गए होंगे| सोच रहे होंगे के की ऐसा थोड़ी होता है बल्कि ऐसा मन जाता है की धन से समस्या हल होती है| धन एक विचार है , अगर आपका विचार है की धन मुश्किल से कमाया जाता है तो आप सही है |इंसान अपने औभव से सीखता है और आपके अनुभव ही सिखाते है की धन कमाना मुश्किल है|आप उस विचार के लिए भी सही है जहा आप सोचते है की धन कमाना आसान और मज़ेदार है|यह आप पर निर्भर करता है |

चलो उस सवाल पर लौटते है जिसमे धन को समस्या मन गया है|अगर धन एक समस्या है तो यह आपको ही तय करना है यह कैसी समस्या है? आप धन को  ज़रूरत से कम होना समस्या बनाना चाहते हो या ज़रुरत से ज्यादा फैसला आपका है |

निःसंदेह आपको मेरे गत वक्तव्य से आश्चर्य हो रहा होगा की ज़रुरत से ज्यादा धन कैसे समस्या हो सकता है तो मैं इस बात पर आपकी वैचारिक सीमाए बढ़ाना चाहूँगा| ज़रुरत से ज्यादा धन एक चुनोती है जिसे मैनेज करने में काफी मशक्कत होती है| सकरी टैक्स से बचने के लिए कहा नियोजन करना चाहिए जिससे आपको ज्यादा टैक्स ना भरना पड़े |धन पड़े पड़े अपनी कीमत खोता है अत: कहा निवेश करना चाहिए और चोरी धागी का भय भी बना रहता है|

इस तरह आपको शायद समझ आया होगा की धन एक समस्या कैसे है| निर्णय आपका है की आप धन को कैसी समस्या बनाना चाहते हो?

मेरे आर्टिकल पसंद आये और आप इसे पढ़ते रहना चाहते है तो मुझे मेल करे ताकि में इसे लिखता रहू  |

 

सही शुरुआत: 

हर दिन की बातो में 20% ज़रूरी नकारात्मकता और 80% केवल सकारात्मकता।

​जब भी हम कोई नई शुरुआत करते है तब हमारा सारा ध्यान उन चीजो पर जाता है जो हम नहीं कर सकते या करने से डरते है । मसलन जब कोई नया काम करने जाते है जैसे की नई नौकरी जिसमे हम सोचने लगते है की क्या में क्लाइंट्स को समझा पाउँगा ? वो नहीं माना तो में अपने बॉस को क्या जवाब दूंगा?
मानो अगर आप कोई बिज़नस की शुरुआत करने की सोच रहे है, जिसमे ये सोचने लगते है की बिज़नस आईडिया तो मेरे पास है पर में टीम को कैसे संभाल पाउँगा और मुझे एंटरप्राइज रजिस्टर  करना और लाइसेंस लेना नहीं आता, वो कैसे करूँगा और बस इसी बारे में सोचते जाते है, और सोल्युशन के बारे में ज़रा भी नहीं सोचते।

कई बार तो ऐसा भी होता है की हम शुरुआत इसलिए नहीं करते क्योंकि हम अंदर से स्वीकार कर लेते है की मैं नहीं कर पाउँगा या मार्किट मेरा प्रोडक्ट या सर्विस नहीं खरीदेगा, लेकिन किसे पता के मार्किट को ऐसे ही प्रोडक्ट की ज़रूरत हो।

और खास बात चाहे आप टीचर हो डॉक्टर हो प्रोप्रिएटोर या किसी भी व्यवसाय में आपको एक सफल और समृद्ध जीवन के लिए सकारात्मक होना बहोत ज़रूरी है। शिकायत करने वालो की ज़िन्दगी  उलझन भरी होती है बजाय इसके जो है उसकी कीमत समझे। इतना खाफी है। 

सकारात्मक दिन की शुरुआत का तरीका

एक सकारात्मक दिन की शुरुआत करने का  सही तरीका एक ही है क़ि आप सकारात्मक शब्दों को पढ़े या सोंचे। वो शब्द कुछ भी हो सकते है। अवसर , मेहनत , मॉर्निंग वाक, शांति, मंदिर, परिवार, 

या किसी जगह का नाम हो सकता है जहा जाना आपको पसंद हो। और तो और ऐसी कंपनी का नाम जहा काम करना आपका सपना हो।

यह एक बहोत ही अच्छी ट्रिक है शायद आपको वो जूनून हासिल करवा दे 

कुछ सकारात्मक शब्द ऊपर दिए गए फ़ोटो में है। एक सही मायने में जो नकारात्मक विचार नहीं आने देगा।